मतलब साफ है कि सब हमारी पिच पर आकर बेटिंग कर के चले जाते है खुद कब मैच शुरू करेंगे ?

images (43)

रिपोर्टर:-

अगर ये बात अच्छी लगे तो आगे सेंड कर देना कि एवन
बात ये है कि जिन गैरमुस्लिमों को हम अपने स्टेज पर तकरीर करने के लिए बुला रहे है ।
वो हमें समझा रहे है कि हम भी इस क़ानूनसे प्रभावित होंगे! ईसलिये आपके साथ है तो उसने हमें डिमांड करना चाहिए कि सिर्फ हमारे धरनो में आकर भाषण देने के बजाए ऐसे ही धरने अपने एरिया में शुरू करे और ये बात हमे समझाने की बजाए अपने लोगो को समझाए।
हमे तो ऑलरेडी समझ मे आ चुकी है तो हम मैदान में आ गए है।

आपको और आपके लोगो को कब समझ में आएगी , वो कब मैदान में आएंगे ?
गौर तलब है कि CAA,NARCऔरNPR जैसे खतरनाक काले कानून के खिलाफ पूरे भारत मे तकरीबन 116 जगहों पर 24×7 धरने प्रदर्शन चल रहे है। जो कि सब के सब सिर्फ मुसलमानो के है वह भी मुस्लिम ऐरियो में हो रहे है।

एक सिंगल धरना भी किसी गैरमुस्लिम एरिया में नही हो रहा!
सब कम्युनिस्ट और भीम वाले हमारे माइक पर भाषण दे रहे है।
कोई भी खुद अपने एरिया में धरना नही कर रहा। चंद्रशेखर आज़ाद को हमारे स्टेज से प्रोमोशन मिलता है, उसके खुद के लोग कोई बड़ा धरना क्यों नही करते ?
अगर हम रोडब्लॉक या चक्काजाम नही भी कर रहे तो भी इस एहतेजाज को और धार मिल जाये ।

अगर गैरमुस्लिम भी इसी तरह के धरने पूरे भारत मे शुरू कर दें।

CAA NRC और NPR जैसे खतरनाक काले कानून की चपेट में केवल मुस्लिम ही नही बल्कि तमाम धर्म के लोगों पर गिरेगी गाज।
अगर मुस्लिमो के साथ साथ तमाम गैर मुस्लिम भी इसकी संज्ञा लेकर धरने प्रदर्शन करना शुरू कर दे।
तब सरकार ज़रूर प्रेशर में आएगी।

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT