पी नार्थ मनपा में भ्रष्टाचार का मचा है बोलबाला, क्या अवैध निर्माण ढांचे पर जिम्मेदार सरकारी बाबू सख्त कार्रवाई करपाएंगे ?

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रिपोर्टर:-

बीते एक महीने पूर्व से जय हिन्द सोसायटी साबरिया मस्जिद के बगल में 16 फिट रोड, गेट नंबर 6, वार्ड न 33 मालाड वेस्ट,मालवणी मुंबई 95,पर स्थित अनिल विश्वकर्मा नामक ठेकेदार ग्रीन ज़ोन वाली एग्रीकल्चरकी ज़मीन वाली प्लॉट पर 1+3का अवैध निर्माण डंके की चोंट पर पी नार्थ मनपा के कुछ खास जिम्मेदार मनपा अधिकारियों की सांठ गांठ से पूरा करने में सफल रहा है।
कहा ये भी जा रहा है कि इस ठेकेदार के पास किसी तरह के ज़रूरी और कानूनी सरकारी मान्यताप्राप्त लाइसेंस तथा परमिशन लेटर मौजूद नहीं है।

बताया जाता है कि स्लम क्षेत्र में बड़ी बड़ी तथा ,G+1 और G+4 अर्थात् लगभग 35फिट से लेकर 40फिट से भी ऊंची,तगड़ी और पक्की बिल्डिंग नुमा इमारतें खड़ी करने के तथा बेलगाम अवैध निर्माण खड़े करने का कोई कानून और किसी ठेकेदार के लिए कानूनी परमिशन नहीं है।

फिर भी स्थानीय वार्ड न 33के नगरसेवक ,पी उत्तर मनपा के सहय्यक अभियंता समेत कुछ जिम्मेदार मनपा अधिकारियों को मुंह मांगी रिश्वत देकर यहां ये थुक लगाव बेलगाम अवैध ऊंचा और बिल्डिंग नुमा 3 महले का बांधकाम धड़ल्ले से शुरू है।
बताया जाता है कि इस अवैध निर्माण की लिखित शिकायत स्थानीय मनपा कार्यालय से लेकर और मौखिक शिकायत मनपा मुख्य कंट्रोल पर दिनांक 17.08.2020को दी गई है।

जिसका शिकायत नंबर 0722513878 इस तरह है।
पता चला है कि अवैध निर्माण की शिकायत के अनुसार दिखावे के लिए मात्र पी नार्थ मनपा द्वारा तोड़ू दस्ते को भेज अवैध इमारतं का कुछ हिस्से पर हथौड़ा चला कर 10से 20 इंट तोड़ दी गई । और तोड़ू दस्ता चलते बना।
एक तरह स्थानीय मनपा की महज ये एक फर्जी दिखावे की कार्रवाई रही है?
सबसे ताजुब वाली बात तो ये है कि इस झूठ मूठ की कार्रवाई के बाद उक्त मनपा के कहने पर ही इसी अवैध और अबतक 3 माले के भी ऊपर तक बांधकम को पूरा करने में ठेकेदार द्वारा एडी चोटी का जोर लगाया जा रहा है।

तस्वीर में साफ दिख रहा है कि उक्त इमारत को नीचे से लेकर ऊपर तक चारो तरफ से बड़े प्लास्टिकऔर कपड़े से ढक दिया गया है।
अवैध निर्माण को तो रोकना पी नार्थ मनपा प्रशासन के बस में नहीं है।
क्योंकि पहले ही से ये मनपा प्रशासन रिश्वतखोरी के लिए सब से तेज और पहले नंबर पर होने से बदनाम रहा है।
थी उसी तर्ज पर उक्त ठेकेदार से जमकर रिश्वत जो खाई है तो फिर उसका भुगतान कैसे ,क्या और किस मुंह से कर सकेगा?
इस लिए ठेकेदार को यहां तेज रफ्तार से अंदर से काम को पूरी तरह पूरा कर लेने की समझ दी गई है ।

इस लिए मौजूदा ठेकेदार ने  मनपा के रिश्वतखोर बाबुओं के इशारे पर दिए गए हुक्म को बजा लाते हुए चोरी चोरी, चुपके चुपके मौजूदा काम को आसानी के साथ पूरी तरह निपटने में कामयाब रहा है।
मनपा की इस दिखावे की तोड़क कारवाई और ठेकेदार से मिलीभगत का कितना बड़ा गहरा रिश्ता है कोई पी नार्थ मनपा के जिम्मेदार रिश्वतखोरों से पूछ सकते है?
ध्यान देने जैसी बात है कि कम समय में ज़्यादा मुनाफा कमाने हेतु अवैध निर्माण बनाते वक्त घटिया रो मटेरियल इस्तेमाल किया जाता है और फिर बे लगाम बनाई जा रही ऊंची इमारतें आंधी तूफान और मूसलाधार बारिश का सामना कर पाने में नाकाम होती है। ऐसे में धड़ाम से गिर जाने से कई लोग मर जाते है और जनो माल का नुक़सान हो ता है ।

ऐसी पिछले समय में मलाड मालवणी में कुछ वारदातें हो चुकी है इसे भुलाया नहीं जा सकता।
ये राज्य प्रशासन के लिए संज्ञा लेनेवाला मामला है।
क्या इसके बाद भी इस अवैध निर्माण पर स्थानीय मनपा प्रशासन सख्त कार्रवाई कर पाएगा ?

हमारी अपील है कि सहाय्याक पी नार्थ मनपा आयुक्त, ब्रिहन मुम्बई मनपा आयुक्त , महाराष्ट्र के P W D मंत्री ,तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री इस विषय की संज्ञा ले कर तुरन्त ही उचित कार्रवाई को अंजाम दे ।

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