जो भी करेगा जितनी बेमानी उस से ज़्यादा इनाम का हकदार है, अपने देश मे कौन ऐसे बड़े अधिकारी लोग है,जिन्हें सरकार ने तोहफे और इनाम से नवाजा ?

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रिपोर्टर:-

बेईमानों की फौज, कर रही है मौज,पूर्व सेनाध्यक्ष को बेईमानी का इनाम, पूर्व वकील को बेईमानी का इनाम, पूर्व सीबीआई डायरेक्टर को बेईमानी का इनाम, अब पूर्व चीफ जस्टिस को बेईमानी का इनाम।

जस्टिस गोगोई का सुप्रीम कोर्ट का कार्यकाल राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में फैसला सुनाने के लिए याद किया जाएगा।
साथ ही साल 2018 में तीन अन्य जजों के साथ मिलकर अभूतपूर्व रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए भी याद किया जाएगा !

जिसमें जस्टिस चेलमेश्वर की पीठ पर छुरा भोंका गया। जस्टिस गोगोई उस पीठ का भी अध्यक्ष था।
जिसने साल 2018 में सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की लड़कियों और महिलाओं के प्रवेश को लेकर फैसला सुनाया था।
गोगोई ने 3 अक्टूबर 2018 को भारत के 46वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के रूप में शपथ ली थी।
वह 17 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुआ।
गोगोई ने अपने ज्यूडिशियल करियर की शुरुआत 2001 में गौहाटी हाईकोर्ट से जज के रूप में की थी।
इसके बाद साल 2010 में उसका ट्रांसफर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में हो गया था।

राष्ट्रपति की तरफ से राज्यसभा के लिए 12 सदस्यों को नामित किया जाता है। वर्तमान में 11 नामित सदस्य हैं।
पूर्व सीजेआई को नामित किए जाने के बाद से नामित सदस्यों की संख्या अब पूरी हो गई है।
नामित सदस्यों की सूची में संभाजी छत्रपति, रूपा गांगुली, बॉक्सर एमसी मेरीकोम, डांसर सोनल मानसिंह, सुब्रह्म्णय स्वामी, स्वप्न दास गुप्ता, राकेश सिन्हा, डॉ. नरेंद्र जाधव, डॉ. रघुनाथ मोहापात्र, राम शकल, गोपी सुरेश शामिल हैं।

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