एक ऐसा स्वास्थ्य केंद्र, लचर सिस्टम,15 सेज ग्राम के लोग झोला छाप डॉक्टरों के सहारे इलाज करने को मजबूर
चाँद। सावरी बाज़ार के आरोग्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे समुचित उपचार की व्यवस्था करने के लिए ग्रामीणो द्वारा शासन प्रशासन के समक्ष ग्राम की समस्याओ को रखा।
सावरी बाज़ार का एकमात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जहां पर 15 से 20 गांव के लोग उपचार कराने आते हैं।
परंतु समय पर ना ही डॉक्टर मिलते हैं ना ही उपचार के लिए स्वास्थ्य केन्द्र मे किसी प्रकार की व्यवस्था है।
ग्रामीणो का कहना है कि दिन मे कभी कभार डॉक्टर मिल जाते हैं पर उसके लिए भी घंटो इंतज़ार करना पड़ता है ।
ग्रामीणो ने शासन प्रशासन से मांग रखी है कि समुचित उपचार व्यवस्था और डिलेवरी संबंधित समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए।
क्योंकि 15 से 20 गांव के लोग एक मात्र सावरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर निर्भर है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे दिन मे तो उपचार हो जाता है,
परन्तु रात के समय मे स्पष्ट मना कर दिया जाता है,और कहा जाता है कि छिन्दवाड़ा जाइये ।
ऐसे में डिलेवरी जैसी समस्या को लेकर बारिश के मौसम मे ग्राम के लोग कहाँ जायेंगे?
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे लचर उपचार सेवा के कारण ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों से उपचार कराने पर मजबूर हैं।
सावरी बाज़ार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे जहाँ रोजाना 15 से 20 गांव के लोग उपचार के लिए आते हैं,
ना डॉक्टर मिल पाते हैं ना ही किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है!
और तो और रात मे साफ साफ मना कर दिया जाता है कि छिन्दवाड़ा जाओ।
स्वास्थ्य केंद्र जैसी जगहों पर इस तरह की लापरवाही बड़ा ही सोचने योग्य विषय है।
संबंधित अधिकारी सावरी बाज़ार स्वास्थ्य केंद्र मे हो रही अनियमितता पर ध्यान नहीं दे रहे!
साभार
मनोज डोंगरे