अल्लाह करे ऐसी घटना फिर न घटे,दामोदर रोपवे कोलकाता की ट्रॉली से कैसे गिरा 50फीट नीचे सैलानी,जिम्मेदार कौन?
राजस्थान
रिपोर्टर
सुरक्षा पैरामीटर की अनदेखी, शासन ने अनिश्चितकालीन के लिये बंद करवाया रोपवे संचालन।
सतना जिले के दो दैनिक पत्रिकाओं में लेख छपा ही था कि मैंहर का दामोदर रोपवे सबसे सुरक्षित है।
सभी मानकों का पालन दामोदर रोपवे कोलकाता के द्वारा किया जाता है।
तभी एक खबर पुष्कर अजमेर से आती है कि राजस्थान के अजमेर पुष्कर में लगे दामोदर रोपवे कोलकाता से एक सैलानी 50 फिट की ऊँचाई से नीचा गिर गया । जिसे घायल अवस्था मे अजमेर रेफर किया गया।
ऐसा बताया जाता है कि पुष्कर में सावित्री पहाड़ी पर पहुचने के लिये रोपवे लगाया है। जिसमे सुरक्षा के मानकों की अनदेखी की गई रोपवे में लगें टॉवर में बंदरों का जमावड़ा रहता है, चलती ट्राली में बंदर ट्राली के अंदर घुस गए।
जिससे सैलानी दहशत के मारे नीचे आ गिरा जबकि ट्राली बाहर से लॉक रहती है फिर भी घटना घट गई।
अगर ट्राली बाहर से लॉक थी तो ट्राली खुल कैसे गई सुरक्षा में चूक तो हुई,कमोवेश यही स्तिथि लगभग मैंहर की भी रहती है।
कब कौन सी घटना हो जाये माई जाने !
दामोदर रोपवे कोलकाता के मैंहर प्रबंधक द्वारा बताया जाता है कि पहाड़ी पर लगे रोपवे के टॉवर पर मधुमक्खीओ का जमावड़ा रहता है।
पहाड़ी में सर्प , बंदरो का डेरा रहता है ऐसे में अगर कोई घटना हो गई तो कौन जिम्मेदार होगा।
फिर अखबारो के पेजो में खबर छप जाती है कि मैंहर का दामोदर रोपवे सभी मानकों को पूरा करता है सुरक्षा के लिहाज से बहुत सुरक्षित है इसमें कोई कमी नही है।
इसलिये PWD की NOC में चलने दिया जाये धन्य है मेरा सरकारी तंत्र। जब कोई घटना दुर्घटना हो जायेगी तब कुछ घड़ियाली आंसू बहाया जायेगा। कुछ मौतों का मुआवजा दे दिया जायेगा बस!
अगर समय रहते शासन प्रशासन न चेता तो वो दिन दूर नही जब ऐसी ही खबर मैंहर के हिस्से में आयेगी भगवान न करे मैंहर में कोई ऐसी घटना दुघर्टना हो।
साभार:इस्लाम