सार्वजनिक स्मशान भूमि रहते हुवे भी दूसरी जगह पर किस कारण दफनाई व जलाई जाती है, लाशें ? क्या काशिमिरा पुलिस को खबर नही ?

images(50)

मुंबई: – मेहमूद शेख.

मुंबई से सटे काशिमीरा पुलिस के अंतर्गत आनेवाले इलाका प्लॉट सर्वे न. 185, हिस्सा न. 3, म.न.पा. बालवाड़ी के पास, डाचकुल पाडा, काशिमीरा (ईस्ट) , में गैरकानूनी तरीके से लाशों को जलाया व दफनाया जा रहा है !

गौर तलब रहे कि काशिमिरा पुलिस ठाणे से सटे इलाके में सार्वजनिक तौर पर नगर पालिका द्वारा स्मशान भूमि मुहैय्या कराई गई है।जहाँ किसी के मरणोत्तर अंतिम संस्कसर की विधि कराई जाती है स्थानीय पुलिस नही बल्कि इस क्षेत्र की आम जनता भी इस बात से अनजान नही है।

लेकिन उक्त सार्वजनिक स्मशाम भूमि को छोड़ दूसरी ओर किसि की प्राइवेट प्रोपर्टी जगह पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग पुरूष व महिलाओं की लाशों को खुलेआम दफनाया व जलाया जाता है इस तरह का चौका देनेवाला मामला प्रकाश में आया है!

शव को दफनाई गई भूमि !

सूत्रों के मुताबिक आज तक इस ज़मीन पर जितने भी शव जलाए व दफनाये गए है , क्या उनमें से किसी एक की भी जानकारी काशिमीरा पुलिस को है या नही?

हालांकि डाचकुलपाडा से लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर के भीतर ही काशिमीरा गुन्हा शाखा के बगल ही में मनपा प्रशासन द्वारा लोगो के लिए खुले आम सार्वजनिक शमशानभूमि की सुविधा उपलब्ध कराई गई है !

किन्तु उसके बावजूद भी उक्त स्मशान भूमि को छोड़ दूसरी तरफ की वह भी किसी ओनर की प्रायवेट प्रोपर्टी की ज़मीन को स्मशान भूमि की तरह क्यो और कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है? उक्त मामलात पर सवाल उठना लाज़मी नही है क्या?

जो लोग इस घटना में शामिल है और इस घटना को सरेआम अंजाम देते रहे है इस घटना की स्थानीय पुलिस को खासे खबर रहते हुए भी पुलिस अनदेखी क्यो कर रही है?

निम्नलिखित सवालों का जवाब कौन देगा ? स्थानीय पुलिस, स्थानीय मनपा, महाराष्ट्र सरकार या फिर उस जगह का मालिक ?

न.2 लाश को दफनायी गयी जगह ।

उक्त भूमि पर आज तक जितनी भी लाशें दफनाई या जलाई जा चुकी है जिसके बारे में स्थानीय पुलिस को सूचना क्यों नही दी गयी ?

कानून के अनुसार इस बाबत स्थानीय पुलीस से लेकर मनपा को भी इस बारेमे खबर है या नही?
स्मशान भूमि को छोड़ दूसरी जगह को ऐसे काम के लिए क्यो इस्तेमाल किया जा रहा है? आखिर ये मामला क्या है?

जिस किसी की भी लांशो का इस जगह अंतिम संस्कार किया गया है वह सब लाशें किस की थी और उनके नाम का कोई प्रूफ मनपा प्रशासन के पास मौजूद है या नही ?

वह मृतक लोग कौन थे? जिनका गैरकानूनी ढंग से यहां की ज़मीन पर अन्तिमसंस्कार किया गया ?

ऐसे कार्य में किस डॉक्टर ने लांशो का प्रमाण दिया ?

जितनी भी बॉडी को दफनाया ,जलाया गया है शायद इन मे कहीं किसी की हत्या का प्रकरण भी तो हो सकता है ?
इन सब सवालो का जवाब मिलना शायद मुश्किल है ?

सूत्रों के अनुसार लगभग ६ महीनों पहले भी किसी एक बुज़ुर्ग महिला की लाश को वहा दफनाया गया है और उसको ठिकाने लगाया जा चुका है।
खास बात सोंचनीय है कि इस जमीन को 10/10फिट नीचे तक खुदाई कर कई लोगों की लांशो को दफनाया गया है, जिसकी सूचना पुलिस को देना जगह के मालिक ने शायद जरूरी नही समझा !

कानूनी सलाहकार की माने तो सबसे पहले जगह के मालिक पर भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए !
जिसने पुलिस को अंधेरे में रख कानून का दुरुपयोग किया और ऐसे लोगो का साथ दिया है।

इस मामले की पूरीतरह सख्त जाँच होनी चाहिए ! तब हमारे द्वारा दोहरा गए सभी सवालों के एक के बाद एक कर जवाब मिल सकते है !

SHARE THIS

RELATED ARTICLES

LEAVE COMMENT