शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण आदिवासी छात्र पड़ गए मुसीबत में,परीक्षा देना हो गया कठिन
जुन्नारदेव
वरिष्ठ
संवाददाता
शिक्षा विभाग की लापरवाही से आदिवासी छात्रों पर आई मुसीबत 15 ,25 ,22 किलोमीटर परीक्षा केंद्र।
जुन्नारदेव। समीपस्थ परीक्षा केंद्र के स्थान पर 16 किलोमीटर दूर दिया गया परीक्षा केंद। निर्धन आदिवासी परीक्षार्थियों को होगी समय, श्रम और धन की बर्बादी। पालको की मांग, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर हो कार्रवाई।
आगामी 25 मार्च 2023 से शुरू होने वाली संभागीय पूर्व माध्यमिक प्रमाणपत्र परीक्षा (कक्षा आठवीं) के परीक्षा केंद्र को लेकर एक नई परेशानी खड़ी होती दिख रही है। यहां मिली जानकारी के अनुसार जुन्नारदेव विकासखंड मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम छाबड़ा के लगभग 25 गरीब निर्धन आदिवासी परीक्षार्थियों को उनके समीपस्थ ग्राम उमराड़ी का परीक्षा केंद्र आवंटित ना करते हुए 22 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी वाले ग्राम खमराकला में परीक्षा देने हेतु निर्देशित किया गया है।
इस नई उलझन के चलते इन अबोध निर्धन गरीब आदिवासी छात्रों एवं पालको के समक्ष एक नई परेशानी खड़ी हो गई है कि वह उन्हें परीक्षा के निर्धारित समय पर अतिरिक्त समय, धन और श्रम खर्च कर इस मानसिक संत्रास को भोगना पड़ेगा। दरअसल माना जा रहा है कि यह बड़ी लापरवाही विकासखंड स्त्रोत समन्वयक कार्यालय से परीक्षा केंद्र के संलग्नीकरण के मैपिंग के दौरान ही हो गई थी, जिसका खामियाजा यह गरीब निर्धन आदिवासी छात्र एवं उनके पालकों को भोगना पड़ेगा।
ग्राम पंचायत छाबड़ा के लगभग इन 25 छात्रों को जुन्नारदेव विकासखंड मुख्यालय से होते हुए 22 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी पर स्थित ग्राम खमराकला में परीक्षा देने हेतु पहुंचना होगा, जिसके लिए इन गरीब परिवारों को ना सिर्फ धन की बर्बादी करनी होगी बल्कि समय और श्रम के साथ-साथ मानसिक पीड़ा का भी एहसास होगा,
उधर इस मामले पर वरिष्ठ अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ते दिखाई दे रहे हैं। वह इसकी गलती मैपिंग के दौरान की गई लापरवाही को बता रहे हैं। इधर पालको ने इस बड़ी लापरवाही को अंजाम देने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर जिला कलेक्टर एवं डीपीसी छिंदवाड़ा से कड़ी कार्रवाई करने की मांग रखी है।
इनका कहना है-
“यह निश्चित रूप से अन्याय है। मेपिंग के दौरान यह लापरवाही होने के चलते समस्या आ खड़ी हुई है। वरिष्ठ अधिकारियों से इस संदर्भ में मार्ग निर्देशन लिया जाएगा।
सोनिया सराठी,
प्रभारी, खंड स्रोत समन्वयक अधिकारी, जुन्नारदेव
“शासन के दिशा निर्देश मुताबिक परीक्षार्थियों की सुविधा अनुसार उन्हें नजदीकी परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाना चाहिए, लेकिन इस मामले में प्रथम दृष्टया बड़ी लापरवाही प्रदर्शित हो रही है। मामले का संज्ञान लेकर संबंधित कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
जेपी इरपाचे,
डीपीसी,
छिंदवाड़ा
संवाद
मनोज डोंगरे