शायद वहां मौत खेंच ले गयी होगी उन्हें ,जो गयी थीतालाब में मिट्टी निकालने ,तीनो लड़किया डूब मरी !

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रिपोर्टर:-
मंज़र इतना भयानक था जो  पूरे फेमिली के साथ साथ गाव वालों को भी दे गया गहरा सदमा?
बच्चों के चीख पुकार पर दौड़े ग्रामीणों ने गहरे पानी से निकाले शव! दिल दहला दिया इस घटना ने।
परिजनों मैं दौड़ीगम की लहर गांव में मचा हाहाकार!
सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा लेकर शव किया परिजनों के हवाले।
एसडीएम ने किया घटनास्थल का मुआयना।
रिसिया थाना क्षेत्र उत्तमपुर गांव का मामला रिसिया थाना क्षेत्र के उत्तमपुर गांव में उस वक्त भारी कोहराम मच गया।

जब गांव की तीन नाबालिक लड़कियों की तालाब में मिट्टी निकालने के दौरान डूबने से मौत हो गई. बाहर खड़े बच्चों की चीख़ पुकार पर आसपास मौजूद ग्रामीणों को जानकारी हुई और तत्काल गांव के कई लोग गहरे तालाब में डूबी लडकीयों के शवों की तलाश शुरू की।
तालाब गहरा होने के कारण बच्चियों के शव को तलाशने में काफी दुश्वारियां हो रही थी।
लेकिन ग्रामीणों की भारी मशक्कत के बाद तीनों नाबालिक लड़कियों को तालाब से बाहर निकाला गया है।
तब तक तीनों लड़कियों की मौत हो चुकी थी।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची रिसिया पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया व परिजनों द्वारा किसी भी कानूनी कार्रवाई से इंकार करने पर पंचनामा लिखवा कर लाश को परिवार वालों के हवाले कर दिया ।
जिससे परिवार के लोग अपने लड़कियों के शव को दफना सकें।

यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आने वाले रिसिया थाना क्षेत्र के उत्तमपुर गांव का है।
उत्तमपुर गांव के पश्चिम उत्तर जोर तालाब में मिट्टी निकालने गई साइमा पुत्री बशीर खान आयु लगभग 9 वर्ष हिना पुत्री रियाज खां आयु लगभग 12 व अपने ननिहाल उत्तमपुर में आई कैलाशपुर थाना मटेरा के शमा पुत्री भोले खां आयु लगभग 10 वर्ष की मौत हुई है।
एक साथ गांव की तीन लड़कियों की मौत से पूरे गांव में सनसनी फैली हुई है।

जहां गांव वालों में लड़कियों की मौत से त्राहि-त्राहि मची हुई है वहीं परिवारी जनों का रो रो कर बुरा हाल है।
हालांकि गांव के ग्राम प्रधान से लेकर डूबने वाली मृतक लड़कियों के परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई करने से इनकार किया है।
मौके पर मौजूद एसडीएम व रिसिया थाना प्रभारी प्रेम प्रकाश पांडे ने बताया कि परिवार वाले कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाह रहे हैं।

ग्राम प्रधान व गांव के तमाम सम्मानित व्यक्तियों द्वारा दिए गए पंचनामा के आधार पर शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया है जिससे वह लोग अपने पुत्रियों का अंतिम संस्कार कर सकें।

 

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