वडाला दादर बिजली बोर्ड द्वारा चल रही बिजली बिल में जबरन ज़्यादती तथा अंधाधुंध लूट खसोट से पत्रकार को कब मिलेगी राहत ?

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रिपोर्टर.

बीते कुछ वर्षो पूर्व से मुंबई वडाला दादर बिजली बोर्ड द्वारा बिजली बिल में अंधाधुंध ज़्यादती तथा लूट खसौट का मामला प्रकाशित किया जा रहा है।

बताया जाता है कि पिछले कुछ माह पूर्व भी इस विषय को लेकर लगातार समाचार प्रकाशित किये जा चुके है। किंतु दादर बिजली बोर्ड द्वारा प्रति माह बिजली बिल में अंधाधुंध ज़्यादती और लूट खसौट का मामला थमने का नाम नही ले रहा है। जिसकी वजह से पत्रकार हैरान ओ परेशान है।

प्राप्त खबर के मुताबिक वर्ली मुंबई 18, इलाके से Dr.A B Road ,पूनम चेम्बर्स के पीछे स्थित बसे मार्कण्डेश्वर नगर में पत्रकार हबीबुर रहमान शेख उनके मकान क्रमांक 130/D/A स्थित पर बीते 25 वर्षों से रहते है।मौजूदा मकान के बिजली ग्राहक क्रमांक 545481’229*1 इस तरह है।

बताया जा रहा है कि उनके द्वारा मकान में इस्तेमाल किये जा रहे बिजली मीटर को लेकर काफी कुछ गड़बड़ घोटाला सामने आ रहा है।
उनका मानना है कि वो जितना बिजली इस्तेमाल नही करते है ठीक उस सेभी कुछ ज्यादा ही वडाला दादर बेस्ट उनपर हर महीने का बिजली बिल ज़्यादा मात्रा में थोप रहा है ।

प्रारंभिक कुछ वर्ष पहले महीना बिल भुगतान रुपये सिर्फ 200,300, तथा नियमित तौर से प्रति माह हज़ार रुपये भेज दिया जाता था।

लेकिन उसके कुछ ही महीने बाद इस बिल में अचानक ही बढ़ोतरी कर प्रति महीने रुपये 2 हज़ार , कभी 3 हज़ार , उसके अगले माह 5 हज़ार,या 10 हज़ार तो आखरी आखरी में . 25 हज़ार तक अंधाधुंध चार्ज
थोप कर उन्हें लगातार परेशान किया गया है।

इस समस्या की शिकायत बिजली विभाग से की गई तो वहां के जिम्मेदार कर्मचारियोने तो हद कर दी। खुदकी गलती को छुपाने के खातिर उन्हें जबरन बिल भरने को मजबूर किया गया।

ये बात उक्त बेस्ट कार्यालय को अच्छी तरह से मालूम है।
बारम्बार की शिकायत के मद्देनजर कुछ महीने बाद पुराने मीटर को केंसल करवकार नए मीटर लगवाए गए तथा यहां केबिन की जो कुछ समस्या थी उसे भी ठीक कराया गया था।
किंतु पत्रकार के बिजली बिल में कोई सुधार देखने को नही मिला।

कभी एक महीने में चार्जेस थोड़े कम तो कभी ज़्यादा, फिर यकबयक हर महीने में मूल रकम से रुपये 500 की बढ़ोतरी कभी हज़ार रुपये तो फिर लगातार हर महीने मनमाना इज़ाफ़ा करते हुए 2 हज़ार से भी ज़्यादा और उसके बाद दिल चाहा तो उस से भी ज्यादा की रकम चार्जेस किये जाने लगे।

इस तरह की लूट खसौट का सिलसिला बारंबार अब तक चलता चला आ रहा है।
बता दें कि 2018 साल के शुरुआती बिल भी प्रति माह रुपये दो हज़ार, 3 हज़ार,साढ़े चार हज़ार तो कभी 6 हज़ार ।

या फिर उस से भी कुछ ज़्यादा थोपे जा चुके है?

अभी साल 2019 जनवरी में रु. 2200,फरवरी में 2600, बिल और मार्च से अप्रैल के बिल रुपये 1730 के ऊपर थे फिर अप्रैल मई के बिल अचानक ही रुपये 2880 दिए गए है। ताज्जुब करने जैसी बात है कि पिछले एक महीने से पत्रकार शेख के मकान में बिजली आपूर्ति है ही नही।फिर भी बगैर इस्तेमाल के बिल क्यो दिये जा रहै है?

यहां अप्रैल महीने की घटना है ठीक 20 और 21 अप्रैल 2019 को पत्रकार हबीब शेख के मकान की बिजली आपूर्ति अचानक खंडित चल रही थी ।

जिस की शिकायत बेस्ट से कर ने पर पता चला कि उक्त (ग्राहक) पत्रकार के मकान में केबल के कुछ प्रोब्लेम चल रहे है। इस लिए आपूर्ति खंडित है।

उस मुताबिक बीते एक महीने से उनके मकान में बिजली का इस्तेमाल नही हो पा रहा है।मगर उनके केबिन के मीटर में तो बिजली आपूर्ति का कांटा चालू बता रहा है। सिर्फ केबल फाल्ट की वजह मकान की लाईट बंद है।

ऐसे में भी उन्हें दादर बिजली बोर्ड द्वारा गत महीने का बिल रुपये 2880.00 क्यो दिया जा रहा है? इस यक्ष सवाल पर गौर किया जाये तो दादर बिजली विभाग की पोल खुलने जैसा मामला है जो सरासर अन्याय है।
ये तो जान बूझकर गड़बड़ घोटाला और लूट खसौट का खेल ही हो सकता है ?

पत्रकार कहते है कि आये दिन उक्त बेस्ट की हरकतों से वह बेहद ही तंग आचूके है। काफी हैरान ओ परेशान है।
इस लिए इस का पर्दाफाश करने पर उन्हें मजबूर होना पड़ रहा है।

वडाला दादर बेस्ट विभाग हर हमेशा गड़बड़ घोटाला और जबरन लूट खसौट की जुगत में रहता है।जिसका खामियाजा खुद एक पत्रकार को बारबार भुगतना पड़ रहा है, पत्रकार को आये दिन बलि का बकरा बनाया जा रहा है? मगर क्यों हमारा वडाला दादर बेस्ट से सिर्फ एक ही सवाल है कि जब एक महीने से पत्रकार के मकान के लाइट पूर्ण रूप से बंद है बीजली आपूर्ति पूर्ण रूप से बंद है ऐसे में उस बन्द महीने के बिल किस वजह से भरने की सज़ा दी जा रही है ?

जिम्मेदार वडाला दादर बिजली विभाग द्वारा पत्रकार के साथ महज़ अन्याय किया जा रहा है?आये दिन की ऐसी घटना के पीछे आखिर वडाला दादर बेस्ट बोर्ड का मकसद क्या है ?

लिहाज़ हमारी बिजली बोर्ड के मुख्य चेयरमेन, महाराष्ट्र शासन बिजली आपूर्ति मंत्री महोदय तथा राज्य के मुख्यमंत्री जी से अपील है कि मौजूदा समस्या को संज्ञान में लेकर निर्णायक हल निकाले।

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