दमुआ पुलिस टीम द्वारा सराहनीय पहल पिछले कई वर्षों से बिछड़े परिवार को मिलवाया
संवाददाता
तकीम अहमद। दमुआ की खबर
दमुआ : जिले के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने सम्पूर्ण जिले भर के लिए एक महत्वपूर्ण आदेश पारित किया कि रात्रिकालीन गश्त मजबूत होवे। आने जाने वालों की पतासाजी नोट करें इसके साथ ही लॉन लॉज, सराय, होटल, रेस्तरां रेस्टोरेंट, मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च और मस्जिद के रजिस्टरों में दर्ज नामो की तस्दीक कर अपने अपने थाना क्षेत्रों में निवासरत किराएदारों की समुचित संतुष्टि होने तक जांच पड़ताल करें।
इस एक महत्वपूर्ण आदेश के परिपालन में जुन्नारदेव एसडीओपी के. के. अवस्थी के मार्गदर्शन में दमुआ थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने अपने थाना क्षेत्र में एक अभियान चलाया जिसके परिणाम भी अच्छे निकल आए। जिसके कुशल परिपालन दमुआ थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने पतासाजी के दरमियान दमुआ में नन्दन खदान न. 01 चिकटबर्री रोड पर स्थित नंदागिरि मंदिर में पुजारीगिरि (बाबागिरि) में संलिप्त सुरेश पिता साधुराम उम्र 47 वर्ष निवासी उचाना मंडी जिला जिंद राज्य हरियाणा से थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने बड़ी सूझबूझ व हिकमत अमली से इससे पूछताछ की तो वह दमुआ पुलिस के सामने सब उगल दिया।
जिस पर से दमुआ पुलिस ने सुरेश को दस्तयाब किया।सुरेश अपने पैतृक गाँव उचाना मंडी से विगत 8 वर्षों से गायब होकर यहाँ मंदिर में पुजारी गिरि कर रहा था जिसका दिल्ली पुलिस ने गुमइंसान कायम कर तलाश जारी रखे हुए थे।।दमुआ थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने वरिष्ठ आला अधिकारियों से उचित दिशानिर्देश प्राप्त कर उसके परिजनों से सम्पर्क कर दमुआ बुलवाया।
तब थाना दमुआ पहुँचे वेशभूषा व अपनी आईडी बदलकर बाबा गिरि करने वाले सुरेश की पत्नी पिंकी लड़का सुमित दमुआ पहुँचे। जहां थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने दस्तयाब किये सुरेश को उसके परिजनों के सुपुर्द किया।
पिंकी अपने पतिदेव और बेटे सुमित ने अपने पिता को देखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नही रहा। वे दोनो दमुआ थाना प्रभारी कौशल सूर्या और पुलिस को थैंक्स कहते हुए दुआएं देते दिखी कुछ समय के लिए वातावरण शुष्कमय हो गया था। दमुआ पुलिस की इस कार्यवाही की सभी ने खुले दिल से प्रशंसा की।एवं बिछड़े हुए परिवार को मिलाया दमुआ थाना प्रभारी एवं पुरे स्टॉप को उस परिवार ने बहुत बहुत दुआओँ से नवाजा।
गौरतलब होवे कि पूर्व में इस छोटे से मंदिर को पिछले 5 वर्षों से जनसहयोग से बड़ा विशाल मंदिर का रूप दिया गया है इस मंदिर में निरंतर ही श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा पर हैरतअंगेज बात रही कि 8 वर्षों में इस बाबा पर किसी की नजर व पूछताछ नही हुई?