गाजियाबाद पुलिस की लापरवाही गुंडों,मवालियों, हिस्ट्रीशीटर कुख्यातों ने एक वरिष्ठ पत्रकार को मौत के घाट उतार दिया ज़िम्मेदार कौन?

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गाज़ियाबाद:-रिपोर्टर.

नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स(इंडिया) से सम्बद्ध : यू०पी०जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन(उपजा) दिल्ली पत्रकार संघ(डीजेए) तथा आदर्श पत्रकार संघ मुम्बई , ने मौत का शिकार हुए वरिष्ठ पत्रकार विक्रम जोशी के आश्रितों को उचित सहयोग राशि50 लाख ₹.दिए जाने तथा दोषी पुलिस तंत्र के तमाम जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी करवाई की मांग की है।

16 जुलाई को उपरोक्त बदमाशो ने वरिष्ठ पत्रकार की भांजी से विजय नगर में छेड छाड़ की ।
जिसकी तभी टेलीफोनिक सूचना तथा 17 मैं लिखित तहरीर पुलिस को दी ।
पुलिस ने कोई कार्रवाई करना गंवारा नही समझा।
20 जुलाई को रात जब अपनी बहन के यहां खाने पर गया, वहां घर के पास बदमाश मंडरा रहे थे तथा उन्होंने विक्रम जोशी को घुड़काया।

वह अनसुनी करके अपनी बहन के घर चला गया।
वहां से उसने पुलिस को फोन पर खतरे के प्रति आगह किया।
पुलिस ने वहाँ आने असमर्थता व्यक्त कर दी।
खाना खाकर रात्रि करीब 10.30 बजे वापस लौट रहा था।
बहिन के घर से करीब 200 मीटर दूर 3 बाइकों पर सवार बदमाशों ने उसको घेरकर बाइक गिरा दी और बेटियों के सामने ताबड़तोड़ पिटाई करके गोली मार दी।
बेटियों का हाल बेहाल था।

जिन बेटियों के सामने उनके पिता की पिटाई और गोली मारी गयी हो,उसकी अपार वेदना वही झेल रही थी। वें अभी तक डरी-सहमी है।

मरणासन्न पत्रकार विक्रम जोशी को शारदा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया।
22 जुलाई को आज सुबह वरिष्ठ पत्रकार विक्रम जोशी के प्राण पखेरू उड़ गए।
यदि समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो आज यह सब नही देखना पड़ता।

उसकी मौत की जिम्मेदार केवल पुलिस तन्त्र है।
परम पिता परमात्मा से प्रार्थना है मृतक की आत्मा को अपने चरणों मे स्थान देकर चिर शाँति और आश्रितों को यह अपार दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।

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