क्या नोट बंदी का मिशन फ्लॉप है?और PM मोदी इस अपराध को कुबूल कर पायेंगे ?

रिपोर्टर.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आंकड़ों की मानें तो नोटबंदी बुरी तरह से फ्लॉप शो रहा।
जितने बड़े दावे इसको लेकर किए जा रहे थे, वैसा कुछ भी नहीं हुआ ।
नोटबंदी की वजह से कई लोगों की जान गई और अर्थव्यवस्था तबाह हो गयी।
क्या प्रधानमंत्री इसका अपराध स्वीकार करेंगे ?
जबकि, नोटबंदी से रिजर्व बैंक को 16 हजार करोड़ रुपये मिले और नये नोट छापने में 21 हजार करोड़ रुपये खर्च करने पड़े ।
यानि 5 हजार करोड़ रुपये रिजर्व बैंक को घाटा होगया ?
सरकार के अर्थशास्त्रियों को तो नोबल अवॉर्ड मिलना चाहिए!
आंकड़े जारी होते ही कुतर्क सम्राट जेटली जी तुरंत आये और कहा कि नोटबंदी फेल होने की बात करने वाले और उसकी आलोचना करने वाले कंफ्यूज हैं !
ऐसे लोग नोटबंदी के पूरे उद्देश्य को समझ नहीं पा रहे हैं!
भाई! लोग तबाह हो गये, अर्थव्यवस्था तबाह हो गयी
अब भी समझ में नहीं आया नोटबंदी का कारण क्या था ?
भगवान बचाए ऐसे फर्जी लोगों से!