कोरोना को WHO ने महामारी घोषित कर दिया है,भारत बहुत बड़े बड़े क़दम उठा रहा है।अगर थोड़ीसी भी लापरवाही की तो क्या होगा हश्र ?

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रिपोर्टर:-

क्योंकि WHO ने पहले ही साफ़ कर दिया है़ कि अगर ये भारत और अफ़्रीकी देशों में फैल गया तो इसे संभालना मुश्किल हो जाएगा, ये अब फैल चुका है.. सिर्फ़ हमारी जागरूकता ही इसे और फैलने से रोकेगी।
.इसलिए हमे जितना हो सके उतनी ज्यादा सावधानी बरतनी है।
कुछ लोग सोशल प्लेटफार्म पर समझा रहे हैं कि चिल्ल करो.. खाओ पियो ऐश करो.।
इनको ये अंदाजा नहीं होता है कि ये सिर्फ़ चार लाइक के लिए कितनी खतरनाक बात कर रहे हैं।
सरकार इतने युद्ध स्तर पर लोगों को समझा रही है, दिन रात हाई लेवल मीटिंग चल रही है..भारत ने एक महीने के लिए अपने आप को सभी देशों से काट लिया है,सारे वीज़ा रद्द कर दिए गए हैं।

हम सबके फ़ोन की कॉलर tune को बदल दिया है सरकार ने .. और ये लोग अपनी धुन में हैं.. लोगों को ये समझा रहे हैं कि ख़ूब टहलो, माल जाओ, सिनेमा जाओ, ऐश करो.. इन्हें ज़रा भी ज़िम्मेदारी का एहसास होता है भला कि ये लिख क्या रहे हैं।
अगर हमने इस तरह की लापरवाही भरी बातें शेयर करनी शुरू की तो लोग उस बात से प्रभावित होकर पचास गुना ज्यादा लापरवाही दिखाएँगे।
यहाँ ये हाल है कि सर्दी ज़ुकाम को वैसे ही लोग सीरियसली नहीं लेते हैं और हम उन्हें लापरवाह बनाने की कोशिश कर रहे हैं..वैसे भी कोरोना के लक्षण सर्दी ज़ुकाम के ही लक्षण होते हैं.. इसे यहाँ वैसे ही लोग सीरियसली नहीं लेंगे।*
इटली में आठ सौ से ऊपर लोग मर गए हैं.. चीन में हजारों अमेरिका में पचास लोग.. सोचिये कि ऐसे साफ़ सुथरे देश और वहां इतनी ज्यादा जागरूकता के बाद इतनी मौतें हो रही हैं.
तो यहाँ क्या हाल होगा अगर हमने इसको लापरवाही से ट्रीट किया ।
इसलिए हम सब अपनी ज़िम्मेदारी समझे और अपने आसपास लोगों को जागरूक करें… लोगों को लापरवाह न बनायें प्लीज,हर मौसम में सर्दी ज़ुकाम हम सबको होता है।
मगर ये बताईये कि सर्दी ज़ुकाम से कब हजारों लोग मारे गए हैं? कितने लोग मरते हैं हर साल ज़ुकाम से?
ये आम सर्दी ज़ुकाम नहीं है.. हमारे शरीर में अभी इस वायरस के लिए प्रतिरोधक क्षमता नहीं विकसित हो पायी है..
इसलिए जो WHO और सरकार समझा रही है उसे समझिये और अपने देश के लोगों की जान की क़ीमत समझिये।
बस चंद लाइक के लिए कुछ हट के अलग लिखने की कोशिश न कीजिये।*
हम गर्व करें कि हमारे डाक्टर इन विपरीत परिस्थितियों में भी खुद को ताक पर रखकर हमें सुरक्षित रखने के लिये काम कर रहे हैं। हम उन्हें सपोर्ट करने के लिये उनके द्वारा बताई गई बातों पर अमल करें।

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