राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार बताएं अस्पतालों में बेहतर इलाज की लिए कितनी मशीनें खरीदी गई है सरकार सचाई को क्यों छुपाना चाहती है?;अखिलेश् यादव
अखिलेश यादव/विधानसभा में up राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बोले कि
सीतापुर के बच्चे के इलाज की घटना को मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया
एम्बुलेंस के लिए फोन करने पर आज स्थिति है कि मिलती ही नही,पैसे वसूले जाने पर मिलती है,मरीज पैसे न दे तो उतार दिया जाता है!
पर्याप्त इलाज के लिए डॉक्टर नही है,जांच के लिए कोई इंतजाम नही है,दवाइयों का संकट है,परिवार के सदस्यों को इलाज के लिए लोग अपने कंधे पर ले जा रहे हैं,स्ट्रेचर नही मिल रहे हैं?
डबल इंजन की सरकार है,कहते है कि विश्व मे यही सबसे अच्छी योजनाएं चलाते हैं,ये कहते हैं कि यही सबसे बड़ी पेयजल पाइपलाइन योजना चला रहे है।
कोरोना को अभी कोई भूला नही,मैंने कन्नौज मेडिकल कॉलेज जाकर देखा,वहां सिर्फ कुत्ते टहल रहे थे,कार्डियोलॉजी, कैंसर डिपार्टमेंट में सिर्फ ताले थे।
सरकार बताए इलाज की कितनी मशीनें खरीदी है?
गोंडा में कस्टोडियल डेथ हुई,उसी दिन गोंडा के नवाबगंज में महिला को गलत इंजेक्शन लगा दिया गया,मौत हो गई?
क्या मेडिकल नेगलिजेन्स की वजह से मौत नही हो रही?
मंत्री जी केवल छापामार मंत्री बन रहे हैं..!!
छापा मारने के बाद क्या तस्वीर बदली आपने जानने की कोशिश की.?
मंत्री जी डिजिटली स्मार्ट बन रहे हैं,उनकी पोल खुल गई बाद में, सरकार सच छिपा रही है।.
नेशनल मेडिकल काउंसिल के मानक हैं,ये कहते हैं कि सबसे ज्यादा मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं,शाहजहांपुर के मेडिकल कॉलेज का सबसे पहले शिलान्यास मैंने ही किया था,आपके बजट में कमी है तो नेता सदन क्यों नही स्वीकार कर रहे हैं.?
नेता सदन ने दो मंत्रियों को बेरोजगार कर दिया .
सरकार निजीकरण का रास्ता अपना रही है,सच्चाई ये है कि ये संस्थाओ को बंद करके सब निजी हाथों में दे देना चाहते हैं।
किसी भी जिले में जिला अस्पतालों में इलाज नही हो रहा। सीधे रेफर कर दे रहे हैं,मेडिकल में कितने भर्तियां की,सब आउटसोर्सिंग कर रहे हैं,
समाजवादियों ने मेदांता अस्पताल बनाया.
सम्मान के लिए केवल प्रतिमा लगा रहे हैं,कैंसर इंस्टिट्यूट के लिए बजट क्यों नही दे रहे हैं?
नेता सदन के गोरखपुर में 500 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल समाजवादियों ने बनाया,एम्स के लिए जमीन देने के लिए समाजवादी सरकार ने कार्य किया।
क्या मेडिकल काउंसिल के मानक पर मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं.?
पीएचसी,सीएचसी,जिला अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर उपलब्ध करवा पाएँगे या नही,एक रुपये का पर्चा 10 रुपये कर दिया!
कैंसर इलाज के लिए आज भी लोग दिल्ली,मुंबई जा रहे हैं?
1 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने के लिए दिल्ली के लोग मदद नही कर रहे हैं,5 साल चले गए कितने एम्स बनाये,जो 2 एम्स चल रहे हैं उन्हें समाजवादियों ने बनवाने के लिए जमीन दी थी।
मंत्री केवल छापा मार रहे है,झोलाछाप डॉक्टर पकड़ रहे हैं।
सरकार को मौका मिला है,डबल इंजन की सरकार कहते हैं,कम से कम इस विभाग को तो मजबूत करे, लोग प्राइवेट की ओर न जाएं,ये व्यवस्था करनी चाहिए,
मुझे उम्मीद है कि 108 सेवा में बजट की कमी हो तो बजट लाएं, ताकि शर्मिंदा न होना पड़े.!