मटका जुगार और मटका माफियाओ को साकीनाका पुलिस के आशीर्वाद ! फिर डर काहे का ?

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मुंबई:- रिपोर्टर.

जहां एक और मा.उच्च न्यायालय तथा राज्य के गृह व मुख्य मंत्री द्वारा पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश देकर कड़े कानून का पालन करने का निर्देश दिया गया है !

वही इन आदेशों की साकीनाका पुलिस द्वारा खुले आम धज्जिया उड़ाई जा रही है।

गौरतलब है कि बीते लंबे समय पूर्व से साकीनाका पुलिस स्टेशन अंतर्गत आनेवाले बिट नम्बर 3 ,काले मार्ग कुर्ला वेस्ट कमानी, ,भारत कोल कंपाउंड रंका हाउस के ठीक पीछे तथा सिद्धि विनायक केंटीन के आसपास तथा सायन इंजीनियरिंग वर्क्स के बाजू में लगभग 8 से 10 राइटरो का जमावड़ा लगा रहता है।
इन राइटरों के माध्यम से पक्की चिट्ठी पर रनिंग मटका जुगार जोरो शोर में चल रहा है।

सुबह से रात 11.30 बजे तक इस जुए को बखूबीअंजाम दिया जा रहा है ।
उक्त गोरख धंधे को डेविड नाडार और वामन नामक मटका माफिया अंजाम दे रहे है।

शिकायत कर्ताओ की शिकायत पर नज़रअंदाज़ कर इसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने के बजाय उसे बचाने की ड्यूटी निभा रही है!

इसी तरह साकी नाका पुलिस थाने अधिनस्त कुर्ला जरिमरी बिट चौकी नम्बर 4. स्थित के सामने ही कुर्ला अंधेरी लिंक रोड पर मस्जिद गली के अंबेडकर नगर और शिवाजी नगर स्थित में मंगलम जुवेलर शॉप के सामने तथा जनता चिकन शॉप के अगल बगल में 5 से 8 राइटरों के ज़रिए सुबह से लेकर रात 11.30 बजे तक रनिंग मटका जुगार धड़ल्ले से चल रहा है।

प्राप्त सूत्रों द्वारा बताया जाता है कि शिकायतकर्ताओ की माने तो उनकी शिकायत पर मौजूदा पुलिस थाने की पुलिस बिल्कुल ध्यान नही दे रही है।

बल्कि मटका जुए के अड्डे को पूरी तरह से संरक्षण देने में जुटी है।इसकी क्या वजह हो सकती है?
इस सवाल का जवाब खुद पुलिस के सीनियर इंस्पेक्टर और बिट ऑफिसर ही भलीभांति जानते होंगे।
पता चला है कि बिट नम्बर 3 के मटका किंग डेविड नाडार और वामन को स्थानीय पुलिस द्वारा वरदान के रूप में ही भारी संरक्षण दिए गए है।

क्योंकि ऐसे लग रहा है कि शायद इस जुगार से प्राप्त होनेवाली काली कमाई का खासा हिस्सा मटका माफिया द्वारा प्रति माह पुलिस पर लुटाया जाता रहा होगा ?

पुलिस की खामोशी और नज़रंदाज़ की वजह से इस गोरख धंधे के खिलाफ कोई कार्रवाई होना नामुमकिंन ही नही बल्कि मुश्किल लग रहा है।

तो ऐसाही हाल साकीनाका पुलिस की बिट नम्बर 4 स्थित के मटका जुए के अड्डे क़े मटका माफिया अशोक और उसके मेनेजर जुबेर शेख का है।

शिकायत द्वारा कहा जा रहा कि क्या प्रति माह काली कमाई का कुछ खास हिस्सा पुलिस पर लुटाकर बेझझक अवैध मटका जुए का अड्डा चलाने के इन्हें परमिशन मिले है ?

गौर तलब रहे कि यहां धडल्ले से चल रहे मटका जुए को खुद साकीनाका पुलिस ही संरक्षण देने की ज़िम्मेदारी निभाना चाहती है ? तो फिर किस की बिसात है कि इन दोनो मटका जुए के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके ?
तथा इसके खिलाफ पूरी तरह पाबंदी लगा सके !

सूत्र बताते है कि कुछ रिश्वत खोर पुलिस की मिलीभगत की वजह से इस गोरख धंधे के खिलाफ अबतक कोई ठोंस कार्रवाई नही हो रही है।

स्थानीय पुलिस द्वारा मटका माफिया को बार-बार संरक्षण दिए जा रहे है।
इस कारण दोनों मटका धंधों के माफियाओं के हौसले बुलंद है।
ये असामाजिक तत्व के मटका माफिया शिकायतकर्ताओं को अक्सर हाथपांव तुड़वाने और जान से मरवाने की धमकी देते है।

यहां बिना रोकटोक चल रहे जुये के अड्डे के कारण इस इलाके में हमेशा नशेड़ी, उचक्के और असामाजिक तत्वों की भरमार लगी रहती है।

इलाके में चोरियां, सेंधमारी, चैन स्नेचिंग, डाका जनी लूटमार , हत्याएं , स्कूल कालेज की छात्राओ से छेड़खानी और मारपीट की वारदातें दिनों दिन बढ़ती जा रही है, इस कारण पूरा इलाका बदनाम होता जा रहा है !

लिहाज़ा सामाजिक संस्थाओं के लोगों द्वारा मीडिया डीटेक्शन न्यूज़ टीम तथा प्रिंट मीडिया को प्रेस विबन्यप्ति द्वारा शिकायत पत्र देकर आप सम्मनित व्यक्ति तक शिकायत पेश करने तथा इस विषय की संज्ञा लेकर उक्त गोरख धंधे के खिलाफ तुरंत कठोर कार्रवाई करने हेतु अपील की गई है ।

अब देखना यह है कि इसके बाद दोनों मटका जुए के खिलाफ मौजूदा पुलिस कठोर कार्रवाई कर पाती है या नही?

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