प्रयागराज के हडिया में हुए विद्युत बिल घोटाले को लेकर हुई हलचल तेज,थाली पकड़ दबंगई की मुद्रा में
वाराणसी
संवाददाता
वाराणसी 20 नवंबर :प्रयागराज के हड़िया विद्युत वितरण खण्ड में हुए बिजली बिल संशोधन घोटाले में अभियंताओ को बचाने की कवायत रफ्तार पकड़ती नजर आ रही है।
सूत्र बताते हैं कि इस जिम्मेदारी को निभाने का ठेका खेल के मास्टरमाइंड थाली पकड़ कहे जाने वाले अधीक्षण अभियंता ईबीसी 2 गंगापार को दी गयी है सूत्रों की माने तो पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम प्रबन्धन द्वारा मामले की लीपापोती करने की नीयत से इस घोटाले की जांच विभागीय घोटाले के आरोपियों द्वारा कराई गयी है।
जिसमे किसी छोटे कर्मचारियो की बलि चढ़ा कर मामले की लीपापोती करने के उद्देश्य से थाली पकड़ द्वारा योजना तैयार कर छोटे कर्मचारियो को डराने धमकाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
वैसे भी थाली पकड चादी का जूता खाने व मारने के लिए मशहूर है।
वैसे भी यह निदेशक महोदय के कृपा है वैसे अवैध रूप से नियुक्त बडका बाबू इस महाभ्रष्ट अधीक्षण अभियन्ता के विरूद्ध भी कोई कार्रवाई करते है या लूट की छूट का लाइसेंस जारी रहता है।
क्यो कि उस क्षेत्र विशेष मे हो रहे भ्रष्टाचार की जड यही थाली पकड अधीक्षण अभियन्ता है।
वैसे जो जांच निदेशक कार्मिक को करनी चाहिए थी परन्तु उसे इस मशहूर भ्रष्टाचारी के हाथ मे सौपे जाना इस पूरी जांच को ही संदिग्ध बनाता है।
इससे यह स्पष्ट होता है कि थाली पकड के ऊपर निदेशक महोदय का भी पूरा सहयोग है यानि पूर्वांचल मे चांदी का जूता खाओ और मारो की तर्ज पर भ्रष्टाचारियो का पूरा साम्राज्य कायम है । खैर
युद्ध अभी शेष है
साभार;
अविजित आनन्द।