पत्नी की याद में जेल में एक विदेशी कैदि ने कैसे बनवाया हंसी ताजमहल ?

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रिपोर्टर,

पत्नी की याद में विदेशी कैदी ने 30 हजार माचिस की तीलियों से जेल में बना दिया ताजमहल!

लोग अपने प्यार के इजहार को खास बनाने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते हैं

लेकिन इन सब से अलग महराजगंज जिले की जेल में सजा काट रहे फ्रांस के एक कैदी ने अपनी पत्नी की याद में 30 हजार माचिस की तीलियों से ताजमहल ही बना डाला!

अब जल्द ही इस कैदी का दोस्त प्यार के इस नायाब तोहफे को फ्रांस में उसकी पत्नी तक पहुंचाने में मदद करेगा?

साल 2014 के सितंबर महीने में अलबर्ट पासकल को सौनौली बाॅर्डर से पुलिस ने नशीली दवाओं के साथ अरेस्ट किया था।

उसके बाद से वह एनडीपीएस ऐक्ट में यहां की जेल में सजा काट रहा है।

जेलर आरके सिंह के मुताबिक, जेल में आने के बाद अलबर्ट काफी डिप्रेशन में चला गया था।

बैरक के दूसरे कैदियों से भी वह कभी कोई बात नहीं करता था।

जेलर ने बताया कि शुरुआती दिनों में अलबर्ट ने कुछ माचिस की जली तीलियों को जुटाकर एक छोटी सी झोपड़ी बनाई।

इसके कुछ दिन बाद उसने इन्हीं तीलियों से डल झील की सीनरी तैयार की।

अलबर्ट की इस कलाकारी से बैरक में रहने वाले कैदी काफी प्रभावित हुए और जेल प्रशासन को इस बारे में बताया गया।

उसी दौरान अलबर्ट की दोस्ती बैरक में साथ रहने वाले धीरेंद्र और मुनव्वर से हो गई और वह इनसे घुलमिल गया।

जेल प्रशासन को अलबर्ट के इन कैदी दोस्तों से पता चला कि वह अपनी पत्नी को बहुत प्यार करता है और उसकी याद में एक ताजमहज बनाना चाहता है।

जेलर ने बताया कि पत्नी को लेकर उसकी दीवानगी को देखते हुए उसे माचिस की तीलियां उपलब्ध कराई गईं।

करीब तीन महीने की मेहनत में अलबर्ट ने 30 हजार माचिस की तीलियों और दो लीटर फेवीकोल की मदद से खूबसूरत ताजमहज बनाकर तैयार कर दिया!

इस ताजमहल को उसके साथ बैरक में रहने वाले कैदी धीरेंद्र के घर रखा गया है, जो कि पास में ही है।

जेलर ने बताया कि अलबर्ट का एक नेपाली दोस्त ब्राइट शुक्रवार को उससे जेल में मिलने आया था।

ब्राइट ताजमहज को फ्रांस ले जाने के लिए उसके साइज का बाॅक्स बनवा रहा है। जेलर ने बताया कि अलबर्ट पिछले 24 साल से एड्स से भी पीड़ित है ?

 

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