निशाने बाज सरकार,एक तीर से कई शिकार
संसद का सत्र शुरू होने के पूर्व विपक्ष एक जूट होकर सरकार को घेरने के लिये लामबंद हो चुकी थी
इस सत्र मे कोरोना महामारी से फैली अव्यवस्था ,दवाई की काला बाजारी ,आक्सीजन की कमी ,प्रायवेट कोविंड सेन्टरो मे अनाप शनाप बिलो की
भर मार ,शासकीय अस्पतालो मे फैली अव्यवस्था ,जिसके कारण लाखो लोग प्रणांत हो गये।,
ऐसे बहुत से बिंदु रहे जिस पर तीखी नोक झोक होने की संमभावना बनी हुई थी ।
कठघरे मे खडे करने को लेकर,सरकार ने इन सब संमभावनाओ को सोच समझ कर बडी ही कूटीत चाल चलते हुये
एकाएक भास्कर समूह पर छापा मार कर सब का ध्यान उस तरफ भटका दिया !
सब लोग एक जूट होकर भास्कर भास्कर हल्ला मचा डाला ,
मूल विषय पर से सभी दल का ध्यान भटक गया।
मीडिया ने जब देखा कि भास्कर समूह जैसे बड़े संस्थान का सरकार ने यह हश्र कर दिया तो ,हमारा चुप रहना ही श्रेष्ठ है!
इसी को कहते है सरकार ने एक तीर से अनेको शिकार कर सब के मुँह बंद कर दिया ।
आगे चलकर ऐसा ही आलम रहा तो देश मे रह रहे करोडो लोगो के लिये खतरा उत्पन्न होना मामूली बात है,
अब आम लोगो को जागना पड़ेगा।