डॉ0 कफील खान को फंसाया जा रहा है ? क्या उनकी जान खतरे मे है ?जानिए !

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रिपोर्टर.

गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज ऑक्सीजन कांड के आरोपी डॉ0 कफील खान को सीने में दर्द की शिकायत के बाद जेल से जिला चिकित्सालय गोरखपुर लाया गया जहां उनका ईसीजी किया गया।

डॉ0 कफील खान की जाँच करते हुए जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ0 के0के0 शाही ने उनका बीपी चेक किया।
इसके बाद डॉ0 शाही ने कम्प्लीट लिपिड प्रोफ़ाइल जांच आदि कराने की सलाह लिखी।

ऑक्सीजन कांड में जेल में बंद बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कफील को सीने में तेज दर्द की शिकायत पर जेल प्रशासन आज एक सप्ताह बाद जिला अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां पर उनका ईको हुआ।
उन्हें कार्डियोलाजिस्ट डॉ. केके शाही ने देखा।
मीडिया से कुछ क्षण हुई बातचीत में डॉ. कफील ने कहा कि वे पूरी तरह निर्दोष हैं। उन्हें फंसाया जा रहा है।

जिस ऑक्सीजन कांड में उन्हें जेल में बंद किया गया है उसके पेमेंट से डॉक्टरों का कोई लेना देना नहीं था।
डॉ. कफील के चेहरे पर बेचैनी नजर आ रही थी।
फिलहाल सुरक्षा में लेकर पहुंची पुलिस टीम इस कोशिश में लगी थी कि डॉ. कफील की मीडिया से बात न हो सके।

इस दौरान उन्होंने कफील को हल्का धक्का देकर बाहर निकालने और कार में बैठाने की कोशिश की।
फिर भी डॉ. कफील ने अपने को बार-बार बेकसूर बताया।
डॉ. कफील एक बात रटते रहे कि पूरे मामले में एडमिनिस्ट्रेशन फेल है।

ऑक्सीजन सप्लाई के लिए डॉक्टर जिम्मेदार नहीं थे। उन्हें जबरन फंसा दिया गया है।
कहा जा रहा है कि डॉ. कफील की कल लिपिड प्रोफाइल जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि आज डॉ. कफील को जांच के लिए सुरक्षा में जिला अस्पताल लाया गया।

मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन कांड में बच्चों की मौत के बाद पुलिस जांच की जद में आए डा. कफील को गुरूवार सुबह सुरक्षा में पुलिस जेल से लेकर जिला अस्पताल पहुंची।

हृदय संबंधी रोग से परेशान होने पर जिला अस्पताल के डॉक्टर ने इको जांच कराने की सलाह दी थी।
एक सप्ताह से फोर्स न मिल पाने के कारण उनकी जाच नहीं हो पाई थी।
बता दें कि बाल रोग विशेषज्ञ डा. कफील आठ माह से जिला जेल में बंद है।

12 अप्रैल को ब्लड प्रेशर बढऩे और बेचैनी महसूस होने पर उन्हें जेल के अधिकारियों ने जिला अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ से जांच कराई।
डॉक्टर ने इको जांच कराने की सलाह दी थी।
फोर्स न मिलने के कारण जेल प्रशासन जांच कराने नहीं ले जा पा रहा था।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉक्टर रामधनी ने बताया कि 14 अप्रैल तक फोर्स के व्यस्त होने के कारण डा. कफील को सुरक्षा नहीं मिल पाई।

बुधवार को पुलिस लाइन से दारोगा और सिपाही पहुंचे लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल थी। आज उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया है।

उधर डॉ. कफील की पत्नी शाबिस्ता खान पहले आरोप लगा चुकी हैं कि डॉ. कफील की तबियत बिगडऩे के बाद भी मुक्म्मल इंतजाम नहीं कराया जा रहा है।
उनकी जान लेने की कोशिश की जा रही है !

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