चमकी बुखार से मरनेवाले बच्चों में रोजाना इज़ाफ़ा हो रहा है। कौन है इसके ज़िम्मेदार
रिपोर्टर:-
चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या 144 के पार पहुंच जाती है तब उनको ख्याल आता है कि स्टूडियो में मंदिर-मस्जिद, हिंदू-मुस्लिम के अलावा मुजफ्फरपुर से भी तो टीआरपी गेन की जा सकती है।
इसके बाद ‘आजतक’ सबसे शर्मनाक हेडलाइन भी बनाता है कि “बच्चों के इलाज के लिए डॉक्टर से भिड़ गई “एंकर”।
अंजना ICU में डॉक्टर से पूछती हैं कि बढ़ती हुई संख्या में बच्चों को कहाँ एडजस्ट करिएगा?
उनकी मानें तो अस्पताल में बेड कम होने के जिम्मेदार डॉक्टर हैं।
अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या कम होने के जिम्मेदार भी डॉक्टर हैं।
अस्पताल के कमरों की चौड़ाई कम होने के जिम्मेदार भी डॉक्टर हैं। मतलब सारी समस्या के जिम्मेदार ही डॉक्टर हैं!
इस सबके जिम्मेदार न तो नीतीश कुमार हैं न तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं।
बच्चों के परिजन अस्पताल में इलाज न मिलने से जिस परेशानी से गुजर रहे हैं। अंजना ओम कश्यप उनके दुःख को नहीं समझ सकीं।