खाना बदोश जीवन यापन करने वाली महिला को समाजसेवी मो आरिफ ने किस तरह परिजनों तक पहुंचाया ?जाने !

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प्रयागराज:- रिपोर्ट.

प्रयागराज। शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में 19 सितम्बर की रात ट्रेन से गिरकर घायल हुई महिला के परिजनों तक तीन दिन में समाज सेवी पहुंचा।
हादसे की खबर मिलते ही उसके परिजन रविवार की शाम स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल पहुंचे।
भदोही जपदन के थाना औराई के घुसिया निवासी पूनम 32 वर्ष पत्नी सरवर खाना बदोश जीवन यापन करती थी।
बताया जा रहा है कि 19 सितम्बर की रात अपने पति के साथ भरतकूप जाने के लिए रेलवे जंक्शन इलाहाबाद से किसी ट्रेन में सवार हुई।
रास्ते में वह और उसका पति शंकरगढ़ रेलवे स्टेशन के समीप ट्रेन से गिर गए।
हादसे में पूनम के पति सरवर की मौत हो गई और पूनम घायल हो गई।
सूचना पर पहुंची जीआरपी शंकरगढ़ ने उसके पति सरवर का शव कब्जे में लेकर मनिकपुर चीरघर भेज दिया।
जबकि घायल पूनम को अचेतावस्था में रेलवे पुलिस बल ने उपचार के लिए स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया।
यह जानकारी होते ही समाजसेवी एवं अज्ञात गुमशुदा तलाश के एडमिन 20 सितम्बर को मो. आरिफ एसआरएन पहुंचकर पूनम से मिले तो उसने अपने घर का पता बताया।
महिला की हालत को देखते हुए मो. आरिफ ने औराई पुलिस से सम्पर्क किया।
जहां से सूचना मिली कि वह वर्तमान में नगर के दारागंज थाना क्षेत्र में स्थित खाना बदोश बस्ती में रह रहे हैं।
इसके बाद समाज सेवी उसकी फोटो लेकर दो दिन दारागंज के खाना बदोश बस्ती में घूमे जहां पूनम को पहचानने वाले मिल ही गए।
एक पर्ची देकर समाजसेवी अपने काम में लग गया।
उधर शंकरगढ़ जीआरपी भी लावारिस शव को लेकर पूनम के परिजनों में लगी रही।
सूत्रों के नुताबिक उक्त बस्ती से जैसे ही पूनम की बहन रामकली पत्नी रिसाल को सूचना मिली अपने रिश्तेदारों के साथ रविवार की शाम एसआरएन अस्पताल पहुंचे।
उधर पूनम का भाई अपने जीजा का शव लेने के लिए उसकी मां को लेने भरतकूप गया है।
खबर लिखे जाने तक वे लोग मानिकपुर नहीं पहुंच सकें है। पूरा परिवार शिक्षित नहीं है।
हालांकि समाजसेवी की मेहनत रंग लाई। महिला पूनम की हालत दिन प्रतिदिन ठीक हो रही है।
लेकिन उसे अब यह भी नहीं पता है कि वह विधवा हो चुकी है!

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