क्यों न हो ऐसे बदबख्त खवीस पत्रकार का मुंह काला?

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रिपोर्टर:-

शायद पत्रकारिता करनेवाले इस चाटुकार अमिश देवगन के आने वाले अगले दिन खराब और बहुत कठिन होंगे।
जिसने न चाहकर भी अपने आपको एक सबसे ऊंचा और महान पत्रकार साबित करने की चाह में बिना सोंचे अज़ीम ओ शान देश की आन बान और शान,बेहद ही महान सूफी संत हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज र अ की शान में बड़ी गुस्ताखी की है।
लगता है कि महान सूफी सन्त ख्वाजा जी की इसको पूरी हिस्ट्री और सच्चाइयां कुछ भी मालूम ही नही है?
अमिश देवगन तू अधूरे ज्ञान की गर्त में सटिया गया है।होश खो बैठा है क्या?
राजा जयपॉल जादूगर का किस्सा तुझे शायद ही पता होगा ।

आनासागर समुद्र का पानी ख्वाजा जी के काफिले के घोड़ों के लिए और ख्वाजा जी के साथ के लोगों को पीने पर पाबन्दी लगाई थी राजा जयपाल जादूगर ने।
लेकिन ख्वाजा जी ने इस आना सागर को एक कुजे में सिमट लिया था ये भी वाक्या की मालूम है इस खोपडिया पत्रकार को?
बड़े बडे अंगार के शोले बरसाए थे, तिलस्मी जादुई और पत्थर बरसाए थे ख्वाजा जी और उन के काफिले पर ।
किस किस तरह के जादू का इस्तेमाल किया गया था!
जंगली सांप और जिन्न छोड़ दिये थे और ज़मीन से उड़ान भरते हवाओं में हर तरह की ताकत झोंक खतरनाक हमला किया था ख्वाजा जी पर।
लेकिन उस की एक भी नही चली। ख्वाजा जी के सामने।
मुकाबले में चारो खाने चित होगया राजा जयपाल जादूगर।
ख्वाजा जी से पंगा लेने का उसे किस तरह नतीजा भुगतना पड़ा था।

मुआफी तलब करनी पड़ी और ईमान ले आया आखिर में।
इस बात को सेंकडो साल गुजर गए।
लेकिन आज भी राजा जयपाल जादूगर ज़िंदा है जो अब्दुल्ला बयाबानी के नाम जाना जाता है ।।
अजमेर में भटके हुए लोगों को राह बताया करता रहा है।
ख्वाजा जी ने रब्बे ताला से दुआ कर वादा दिलाया कि वह ताकयामत ज़िंदा रहेगा।

इस वाकया को पहले ठीक से पढ़ ले पगले अमिश देवगन ।
तेरी नापाक सोंच और हरकत से तमाम मुस्लिम समाज में रोष व्याप्त है।
मुस्लिमो मे ही नही बल्कि पूरे दुनिया भर में सभी धर्म के करोड़ो लोग ख्वाजा के जो दीवाने है।
रोज़ाना उनके दर पे सर झुकाते है और दुआए मांगते है।
जबकि बडे से बड़े शाहेनशाहो ने उनके दर पर सर झुकाये है । करोड़ों मंगतों की झोली भर दी है ख्वाजा जी ने। ये भी जान ले तू अच्छी तरह से।
तूझ जैसे एक लकीर का फ़क़ीर की कोई औकात नही है तेरी।
हज़रत सूफी संत ख्वाजा जी को महज बदनाम करने की कोशिश कर रहा है?
ऐसे घटिया पत्रकार को सरकार ने तुरंत गिरफ्तार कर उसकी औकात दिखानी चाहिए।
ख्वाजा साहब पर आस्था रखने वाले करोड़ो अकीदत मनदानो के दिलो को गहरी ठेस पहुंची है।
सभी के दिलों को बड़ा दुख पहुंचाया है तुझ जैसे नादान कमबख्त ने।

ऎसे बदत्तमीज़. और बेअदब को चाहिए कि ओच्छी घटिया पत्रकारिता करना छोड़ दे।
पूरी दुनिया के औलियायेकीराम के चाहने वाले आशिकको,अक़ीदतमन्दाने नीसबति मुरीदींन तुझ जैसे नास्तिक पत्रकार पर लानत भेजते है ।
तुझे कभी मुआफ़ नही करेंगे।

ख़्वाजा जी की शान में घटिया ज़बान इस्तेमाल करने वाले को ऐसा जवाब मिलेगा कि हर वक्त बक बक करती बद ज़बान हमेशा के लिये बन्द हो जाएगी।
स्टूडियो में बैठ के ठीक से लेक्चर बाजी करना, और बोलना भी भूल जाएगा तू।
अब तेरी बर्बादी का समय शुरू हो गया है आज से।

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