आधार कार्ड अपडेशन के नाम पर दमुआ में कैसे मची लूट? जाने

दमुआ

स्वंवाददाता तकीम अहमद

दमुआ क्षेत्र मे एक मात्र आधार अपडेशन केंद्र है जहाँ ग्रामीण और शहरी इलाका होने के कारण ग्राहकों से आधार कार्ड मे संशोधन के नाम पर मनमानी राशि वसूली जाती है। ग्रामीणों और शहरी इलाके मे जानकारी के अभाव मे ग्राहकों को लुटा जा रहा है। जबकि आधार कार्ड मे आंशिक संशोधन के लिए 50. रूपये तय है और बच्चो के नए आधार कार्ड का कोई भी राशि नहीं ली जानी चाहिए उसके उपरांत भी हर आधार कार्ड के संशोधन के 100. रूपये लिए जा रहे है ।

वही जब संशोधन के लिए नियुक्त राजपत्रित अधिकारी के पास जाना पड़ता है तो वहा भी प्रमाणी करण के लिए राशि खर्च करनी पडती है राशि खर्च नहीं करने की स्थिति मे सम्बंधित का आधार कार्डअपडेशन की पूरी प्रकिया रुक जाती है। क्योंकि बगैर प्रमाणीकरण के उसके दस्तावेज स्वीकार नहीं होते नतीजे में संबंधित ग्रामीण व शहरी को बार-बार केंद्र के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

उक्त परेशानी से बचने के लिए लोग अपने आधार अपडेशन के लिए राशि खर्च करना ज्यादा मुनासिब समझते हैं और इस तरह आधार अपडेशन के लिए आने वाले हर एक शख्स को जगह-जगह राशि खर्च करनी पड़ती है। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक महिला ने बताया कि उसके आधार अपडेशन के लिए जरूरी प्रमाणिकरण के लिए भी पैसे देने पड़ते है और आधार कार्ड संचालक को भी 50रूपये की जगह 100. रूपये देना पड़ता है। ये बड़े दुख की बात है।

दमुआ के एक जागरूक नागरिक ने अपने दो बच्चो का नया आधार कार्ड बनवाया तो उससे भी 200/रूपये लिया गया उसने जब बोला की बच्चो के नये आधार कार्ड के पैसे नहीं लगते तो आधार कार्ड संचालक का कहना था कि यहां बिना पैसे का कोई काम नहीं होता!
सम्बंधित अधिकारी से दमुआ एवं ग्रामीण क्षेत्र की जनता निवेदन करती है कि वहा पर बोर्ड लगाया जाय किस किस चीज का कितना पैसा लगता है ताकि ग्रामीण लूटने से बच सके।

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