अतिउत्तम कराटे खिलाड़ी प्रणव शर्मा ने खेलो इंडिया विश्व विद्यालय के प्रतियोगिता में जीता स्वर्ण पदक

संवाददाता
मोहमद जहांगीर

क्या है कराटे खिलाडी प्रणय शर्मा की जीत का रहस्य ?

नई दिल्ली – जाने-माने कराटेकार भरत शर्मा जो पिछले 40 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत रहे है, इन्होंने हिंदुस्तान और हिंदुस्तान से बाहर कई देशों में उपलब्धियां हासिल की है। आज उनकी राहों पर चलकर उनके सु पुत्र प्रणय शर्मा भी बुलंदियों को छू रहे है।

बताया जाता है कि हाल ही में बैंगलोर खेलो इंडिया विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में 75 किलोग्राम में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है। यूं ही नही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मार्शल आर्ट की प्रतियोगिता में भी बहुत सारे गोल्ड मेडल प्राप्त की है। उन्होंने हाल ही में बैंगलोर में सम्पन्न हुई खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों की कराटे प्रतियोगिता के मुक़ाबले में पुरुष वर्ग के -75 किलोग्राम श्रेणी के फ़ाइनल में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रतियोगी को एकतरफ़ा मुक़ाबले में 9-2 से हरा कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
प्रणय शर्मा भारत के श्रेष्ठ कराटे खिलाड़ी होने के साथ विश्व में 65 नम्बर के खिलाड़ी हैं और देश के लिए विश्व व एशीयन प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

चार बार के राष्ट्रीय विजेता और दो बार के साउथ एशिया स्वर्ण पदक विजेता प्रणय शर्मा थाइलैंड ओपन का स्वर्ण पदक, कामन्वेल्थ कराटे व WKF यूथ कप में कांस्य पदक जीत चुके हैं। पिछले 10 वर्षों से कराटे का अभ्यास कर रहे प्रणय शर्मा SGFI में भी दो बार स्वर्ण पदक, विश्व स्कूल गेम्ज़ में स्वर्ण पदक, दिल्ली अलिम्पिक गेम्ज़ में स्वर्ण पदक और दिल्ली राज्य में 6 बार स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। 

भारतीय कराटे के मेंटॉर और कराटे कुमिते के विशेषज्ञ श्री भारत शर्मा को अपना आदर्श और प्रेरणा स्त्रोत मानने वाले प्रणय शर्मा का लक्ष्य भारत के लिए एशियाई खेलों में और विश्व प्रतियोगिता में पदक जीतना है जिसके लिए वो दिन रात कड़ी मेहनत व मशक्कत कर रहे हैं।

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